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Hindi me Kavita माँ को संदेश:-
दोस्तो अगर आप माँ पर कविता ढूढ रहे है तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आए है । आज हम इस पोस्ट में माँ के ऊपर बहुत ही लोकप्रिय कविताएँ आपके साथ शेयर करने जा रहा हूँ ॥
माँ को संदेश
यहाँ पे मैं खैर हूँ ,
तुम भी तो ठीक हो ना माँ ।
यादों की एक आंधी आती है ,
मन को बस झंझोर ले जाती है ।
कैसे कैद भी कर लूँ इन यादो को ,
उसमे तु ही तो नजर आती है ।
सुबह को जब म मैं जागता था ,
तेरा कृपामयी दर्शन कर पाता था।
अब भी तो मैं जागा करता हूँ ,
और अपने निरस भरे दिन को ,
खुद से झलकाया करता हूँ ।
ये शाम की मासूमियत ,
कितना मुझे सताता है।
तेरे साथ वो छत पर टहलना ,
वो भी तो याद आता है ।
वो रमणीय भोजन तेरा ,
और सब साथ मिलकर खाते थे ।
आज भी मैं खाना खाने जाता हूँ ,
पर बीच भीड़ में भी ,
अकेले खा कर आता हूँ
अब इन यादो को समेटकर कुछ और बाते बताता हूँ ,
थोड़ी फासलाओं को मिटाकर अब मन की बाते सुनाता हूँ।
बदन से थोड़ा थक सा जाता ,
पर मन से नही थका हूँ माँ ।
बस चलते जाना है मुझे ,
एक कदम भी नहीं रुका हूँ माँ ।
याद आती है मुझे वो बातें
घर भी तो तेरा खप्पर का टपकता है ,
फिर भी तु बरखा को टक्कर देती है ।
एक बेटे का आश ले कर ,
कैसे तु सबकुछ सह लेती है ।
मन करता है अभी ही छत बनवा दूँ ,
फिर अपने काम में लग जाता हूं मॉ ।
ना मिले किनारा मुझे ,
नाहीं मैं ठहर सकूँ ।
बस मेरी एक मंजिल हो ,
और उसको मै पा सकूँ ।
फिर आ गई तेरी यादे ॥॥ ॥ ॥
आज भी याद है मुझे तो दिन ,
जब हफ्ते मे मेरे लिए
एक पाँच का सिक्का जोड़ा करती थी ।
शायद उससे भी तेरी कुछ कमी रहती थी ।
अब ना हो कुछ कमी फिर तेरी ,
यही सोचे एक बीतती सुबह को ,
कारगर दिन मे बदलता हूँ माँ ।
अल्टीमेट राइटिंग गाइड!
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